अगर मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं तो खान-पान में करें बदलाव, ये खाने से दूर होगा स्ट्रेस

अगर मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं तो खान-पान में करें बदलाव, ये खाने से दूर होगा स्ट्रेस

सेहतराग टीम

अक्सर हमे सुनने को मिलता है कि जैसा खाएंगें वैसा ही दिखेंगें। इसका मतलब है कि अच्छा खाने पर ही अच्छा दिखेंगें। इसलिए हमें हमेशा अच्छा खाना चाहिए। वही कई लोग केवल अपने वजन को लेकर परेशान रहते हैं,जिसकी वजह से वो अपने आप ही डाइटिंग करने लगते हैं। उसकी वजह से उन्हें हेल्दी डाइट नहीं मिल पाती है, जो उनके सेहत के लिए नुकसानदायक होती हैं। आपको बता दे कि स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए हेल्दी भोजन करना चाहिए। इसके साथ ही हेल्दी भोजन हमारे जीवन को स्वस्थ और खुशहाल भी बनाता है। हम अक्सर भोजन को एक ऐसे दृष्टिकोण से देखते हैं जो सिर्फ हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता हैवजन कम करने और बढ़ाने या किसी शारीरिक समस्या के उपचार या उसे रोकने का माध्यम है। हालांकि, हम जो भोजन करते हैं उसका हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ता है।

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हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, आप जो डाइट लेते हैं, वह आपके मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकती है। रिपोर्ट की समीक्षा पुष्टि करती है कि आपकी डाइट आपके मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है, और इसलिए इसे अधिक गंभीरता से लिया जाना चाहिए।इतना ही नहीं एक खराब डाइट मानसिक स्वास्थ्य विकारों की बिगड़ाती है, विशेष रूप से चिंता और अवसाद जैसे मूड विकारों को।  इसलिए, आपको सेहतमंद खाने की कोशिश करनी चाहिए। इस लेख में हम आपको ऐसे कुछ खाद्य पदार्थ हैं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे आपको मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने और मानसिक बीमारियों की शुरुआत से बचना चाहिए।

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फ्रूट जूस-

सभी फल हेल्दी गुणों और पौष्टिक तत्वों से भरे होते हैं इसलिए इनका सेवन एक बेहतरीन विचार हो सकता है लेकिन फ्रूट जूस आपकी सेहत को फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचाने का काम करता है। फाइबर के बिना फ्रूट जूस बस मीठा, पौष्टिक पेय ही रह जाता है। फाइबर हमारे शरीर को ऊर्जा देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और बिना फाइबर के आपका फ्रूट जूस शुगर बढ़ाने का काम करता है। शुगर अचानक से भले ही ऊर्जा देने का काम करती है लेकिन उतनी ही तेजी से आपकी एनर्जी भी कम करती है। इतना ही यह आपके मूड विकारों को भी प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकता है।

प्रोसेस्ड फूड और मसालों-

स्नैक्स के रूप में चिप्स और बिस्कुट जैसे प्रोसेस्ड फूड व केचप, डिप्स, मेयोनेज़ आदि जैसे मसालों से बनी चटनियां भले ही आपके स्वाद और भूख को शांत करने का काम करती हो लेकिन साथ ही आपकी सेहत को भी नुकसान पहुंचाने का काम करती हैं। इतना ही नहीं ये निश्चित रूप से मानसिक स्वास्थ्य विकारों के लक्षणों को और खराब बनाती हैं। इनमें डाली जाने वाली कृत्रिम शुगर आपकी ऊर्जा को अस्वास्थ्यकर स्तर तक बढ़ा सकती है। बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए आपको प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए।

कॉफी और चाय-

जब आप नियमित रूप से चाय और कॉफी का सेवन नहीं करते हैं तो अत्यधिक रूप से कॉफी और चाय का सेवन जैसे पेय पदार्थ के सेवन के तुरंत बाद आपके ऊर्जा का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ सकता है और आपको चिड़चिड़ा और परेशान कर सकते हैं। कैफीन का आपके एड्रेनालाईन स्तर से सीधा संबंध होता है, जब आप मूड डिसऑर्डर से गुजर रहे होते हैं, तो इसे सामान्य करने की आवश्यकता होती है। आपको अपनी ऊर्जा के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए अत्यधिक कॉफी और चाय का सेवन करने से बचना चाहिए।

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